Gurugram News Network-दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम सुशांत लोक-दो और तीन को स्मार्ट ग्रिड से जोड़ने की योजना तैयार कर चुका है। दोनों कॉलोनियों में 11केवीए बिजली केबल को भूमिगत किया जाएगा। इसको लेकर करीब पांच करोड़ रुपये का इस्टीमेट बनाया गया है। केबल को भूमिगत करने के साथ-साथ इन कॉलोनियों में बिजली के नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। चुनाव आचार संहित हटने के बाद इसके तहत टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। अगले साल की गर्मियों में इस इलाके को बिजली के अघोषित कट से पूर्णतया निजात मिलने की उम्मीद है।
बता दे कि 25 साल पहले इन दोनों कॉलोनियों को अंसल बिल्डर ने विकसित किया था। बिजली ढांचा अब पुराना हो चुका है। इस वजह से आए दिन इन कॉलोनियों में बिजली फाल्ट आते रहते हैं। कॉलोनी वासियों को चार से पांच घंटे तक बिजली के अघोषित कटौती का सामना करना पड़ता है। डीएचबीवीएन ने स्मार्ट ग्रिड योजना के तहत इन कॉलोनियों के बाहर तक तो भूमिगत केबल डाल दी थी, लेकिन इनके अंदर भी केबल डालने की योजना तैयार की है। इस योजना के अमल में आने के बाद करीब 500 एकड़ में विकसित इन कॉलोनियों में रह रहे करीब 10 हजार परिवारों को फायदा पहुंचेगा।
डीएचबीवीएन की एक अधिकारी ने बताया कि इन दोनों कॉलोनियों में बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जाएगा। इन्हें स्मार्ट ग्रिड से जोड़ा जाएगा। इनमें 11केवीए लाइन को भूमिगत किया जाएगा। नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। इसको लेकर करीब पांच करोड़ रुपये का इस्टीमेट बनाया है। इसे मंजूरी के लिए उच्चाधिकारियों को भेजा जा चुका है। मंजूरी मिलने के बाद टेंडर आमंत्रित करने की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा। अगले साल में इन कॉलोनियों को बिजली के अघोषित कट का सामना नहीं करना पड़ेगा।
सेक्टर-55 से 57 में विकसित इन दोनों कॉलोनियों में डीएचबीवीएन ने साल 2021 में नए बिजली कनेक्शन जारी करने पर रोक लगा दी थी। इसके पीछे तर्क था कि इस कॉलोनी का बिजली ढांचा अतिरिक्त भार नहीं उठा सकता है। साल 2022 में इस शर्त पर बिजली कनेक्शन बहाल किए गए कि 12000 रुपये प्रति किलोवाट के हिसाब से बिजली कनेक्शन जारी किया जाएगा। यदि मकान को चार मंजिल तैयार करना है तो कम से कम 16 किलोवाट का बिजली कनेक्शन लेना अनिवार्य होगा। इस तरह डीएचबीवीएन ने करीब 18 करोड़ रुपये वसूले गए थे।